सरकार द्वारा शुरू की गई “Beema Sakhi Yojana” ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की एक शानदार पहल है। इस योजना के तहत महिलाएं ग्रामीण इलाकों में बीमा सेवाएं उपलब्ध कराकर खुद की आय का साधन बना सकती हैं। इस लेख में हम बताएंगे कि Beema Sakhi Yojana क्या है, इसमें क्या काम करना पड़ता है, सैलरी कितनी मिलती है और आवेदन कैसे करें।
Beema Sakhi Yojana क्या है?
“Beema Sakhi Yojana” को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को बीमा सेवाओं से जोड़ना और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। बीमा सखी गांव-गांव जाकर महिलाओं को बीमा की जानकारी देती हैं और उन्हें पॉलिसी लेने के लिए प्रेरित करती हैं।
Beema Sakhi Yojana में क्या काम करना पड़ता है?
बीमा सखी के मुख्य कार्य इस प्रकार हैं:
✔️ ग्रामीण महिलाओं को बीमा योजनाओं की जानकारी देना।
✔️ एलआईसी एवं अन्य बीमा कंपनियों की योजनाओं को प्रमोट करना।
✔️ नये ग्राहकों को जोड़ना और बीमा पॉलिसी जारी करना।
✔️ बीमा प्रीमियम कलेक्शन करना।
✔️ क्लेम प्रोसेसिंग में सहायता देना।
इसके लिए महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
एलआईसी Beema Sakhi Yojana क्या है?
एलआईसी ने भी अपनी Beema Sakhi Yojana शुरू की है जिसमें चुनी गई महिलाओं को एलआईसी की सभी योजनाओं के बारे में पूरी ट्रेनिंग दी जाती है। इसके बाद वे गांवों में जाकर बीमा की सुविधा पहुंचाती हैं। इससे ग्रामीणों को बेहतर बीमा कवर मिलता है और बीमा सखी को कमीशन के रूप में आय प्राप्त होती है।
बीमा सखी की सैलरी कितनी होती है?
बीमा सखी की आय कमीशन आधारित होती है।
✔️ प्रत्येक पॉलिसी बेचने पर कमीशन मिलता है।
✔️ कई राज्यों में सरकारी सहायता राशि (₹4000-₹5000 प्रतिमाह) भी दी जाती है।
✔️ एलआईसी द्वारा अतिरिक्त इंसेंटिव भी मिलते हैं।
इससे एक बीमा सखी प्रतिमाह ₹8000 से ₹15000 तक कमा सकती है, जो उसके काम पर निर्भर करता है।
Beema Sakhi Yojana फॉर्म कैसे भरे जाते हैं?
- सबसे पहले अपने नजदीकी Block Development Office (BDO) या Self Help Group (SHG) में संपर्क करें।
- वहाँ से बीमा सखी योजना का फॉर्म प्राप्त करें।
- आवश्यक दस्तावेज़ जैसे – आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, शैक्षणिक प्रमाणपत्र, बैंक खाता विवरण आदि संलग्न करें।
- आवेदन फॉर्म पूरी जानकारी के साथ जमा करें।
कुछ राज्यों में ये प्रक्रिया ऑनलाइन भी हो चुकी है।
Beema Sakhi Yojana के लिए पात्रता:
✔️ महिला आवेदक की उम्र 18 से 50 वर्ष होनी चाहिए।
✔️ न्यूनतम शिक्षा – 10वीं पास।
✔️ स्वयं सहायता समूह (SHG) की सदस्यता जरूरी।
✔️ ग्रामीण क्षेत्र में निवास।
बीमा सखी बनने के फायदे:
💼 आत्मनिर्भर बनने का मौका
💼 सरकारी ट्रेनिंग और सहयोग
💼 कमीशन और प्रोत्साहन राशि
💼 गांव में सम्मानजनक स्थान
निष्कर्ष (Conclusion):
“Beema Sakhi Yojana” महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाती है बल्कि उन्हें अपने गांव में लीडरशिप का अवसर भी देती है। यदि आप भी इस योजना से जुड़ना चाहती हैं तो नजदीकी BDO या SHG से संपर्क करें।
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