हाल ही में HDFC Bank Ceo Sashidhar Jagdishan पर लीलावती ट्रस्ट द्वारा वित्तीय धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह मामला क्या है, और बैंक ने क्या जवाब दिया है? आइए विस्तार से जानते हैं।
मामले की पृष्ठभूमि
8 जून 2025 को, मेहता परिवार ने HDFC Bank के CEO साशिद्धर जगदीशन के खिलाफ एक FIR दर्ज की। यह कार्रवाई मुंबई स्थित लीलावती किरीटीलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट (Lilavati Trust) द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद हुई, जिसमें ट्रस्ट के फंड्स के गबन और वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया।
HDFC Bank ने इन आरोपों को “निराधार और दुर्भावनापूर्ण” बताते हुए कहा कि यह एक डिफॉल्टर Splendour Gems से लोन वसूली के लिए कानूनी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश है।
लीलावती ट्रस्ट के क्या आरोप हैं?
- ट्रस्ट ने जगदीशन और 8 अन्य लोगों पर ट्रस्ट फंड्स के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
- RBI, SEBI और वित्त मंत्रालय से HDFC Bank के बोर्ड को जगदीशन को उनके पदों से हटाने की मांग की गई है।
HDFC Bank का जवाब
बैंक ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा:
- “यह एक डिफॉल्टर द्वारा बैंक और उसके अधिकारियों की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने की साजिश है।”
- बैंक ने कानूनी कार्रवाई जारी रखने और मेहता परिवार के “प्रतिशोधी कदमों” का जवाब देने की बात कही।
साशिद्धर जगदीशन कौन हैं?
- HDFC Bank के वर्तमान MD और CEO, जिन्हें 2019 में “स्ट्रैटेजिक चेंज एजेंट” कहा गया था।
- मुंबई यूनिवर्सिटी से भौतिकी में स्नातक और यूके की शेफील्ड यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में मास्टर्स।
- ICAI से चार्टर्ड अकाउंटेंट की योग्यता प्राप्त।
बाजार और निवेशकों पर प्रभाव
इस खबर के बाद HDFC Bank के शेयर्स में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन बैंक ने निवेशकों को आश्वस्त किया कि यह मामला उनके कारोबार को प्रभावित नहीं करेगा।
निष्कर्ष
यह मामला अभी चल रहा है, और आने वाले दिनों में और तथ्य सामने आ सकते हैं। HDFC Bank ने आरोपों को खारिज कर दिया है, लेकिन लीलावती ट्रस्ट की ओर से कानूनी लड़ाई जारी है।