RBI का बड़ा फैसला: 3 साल में सबसे बड़ी रेट कट
6 जून, 2025 को RBI ने repo rate में 50 bps (आधा प्रतिशत) की गिरावट की, जिससे यह 5.5% पर पहुँच गया। यह 2025 में तीसरी और कोविड के बाद से सबसे बड़ी कटौती है। साथ ही, RBI ने अपनी नीतिगत रुख को ‘अकमोडेटिव’ से ‘न्यूट्रल’ में बदल दिया।
रेपो रेट क्या है?
यह वह ब्याज दर है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। इसके घटने से बैंकों के लिए उधारी सस्ती होती है, और वे आम लोगों को भी कम ब्याज पर लोन दे पाते हैं।
आपके लोन EMI पर क्या असर होगा?
- होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन की EMI कम होगी।
- उदाहरण: ₹50 लाख के होम लोन पर ₹1,500-2,000 प्रति माह की बचत।
- नए लोन लेने वालों को और राहत मिलेगी।
- क्रेडिट कार्ड और अन्य फ्लोटिंग रेट लोन भी सस्ते होंगे।
ध्यान रखें: बैंकों को यह रेट कट पास करने में कुछ हफ्ते लग सकते हैं।
निवेशकों के लिए क्या मायने हैं?
- बैंक और रियल एस्टेट शेयरों में तेजी:
- SBI, HDFC Bank, DLF जैसे स्टॉक्स में उछाल की संभावना।
- FD पर कम रिटर्न:
- बैंक FD की दरें और गिरेंगी, इसलिए डेट म्यूचुअल फंड या हाइब्रिड फंड बेहतर विकल्प।
- गोल्ड और इक्विटी में निवेश बढ़ेगा:
- कम ब्याज दरों में लोग शेयर बाजार और सोने में पैसा लगाएंगे।
CRR में 100 bps की कटौती: बैंकों को मिलेगा ₹2.5 लाख करोड़
RBI ने कैश रिजर्व रेशियो (CRR) भी घटाकर 3% कर दिया। इससे बैंकों के पास अधिक पैसा उपलब्ध होगा, जिससे:
- लोन की सप्लाई बढ़ेगी।
- कॉरपोरेट्स को सस्ते कर्ज मिलेंगे।
GDP और महंगाई का अनुमान
- GDP ग्रोथ: RBI ने FY26 के लिए 6.5% का अनुमान बरकरार रखा।
- महंगाई: FY26 के लिए अनुमान घटाकर 3.7% किया गया (अप्रैल में 4% था)।
क्या करें?
- लोन लेने वाले: अगले 1-2 महीने में बैंकों की नई रेट लिस्ट का इंतज़ार करें।
- निवेशक: इक्विटी और गोल्ड में एलोकेशन बढ़ाएँ।
- FD निवेशक: लॉन्ग-टर्म के लिए कॉरपोरेट बॉन्ड या SDIR पर विचार करें।
RBI गवर्नर का बयान
“भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है। वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद, हम आशावादी हैं।”
— संजय मल्होत्रा, RBI गवर्नर
निष्कर्ष:
RBI की यह रेट कट लोन लेने वालों और शेयर बाजार के लिए अच्छी खबर है, लेकिन FD निवेशकों को विकल्प तलाशने होंगे। अब नए लोन या निवेश से पहले एक्सपर्ट सलाह जरूर लें!